छुटकारा चाहिए छद्म से
छटपटाहट से छुट्टी
मै भी करना चाहती हूँ
अब पीड़ा ,दर्द से कुट्टी
छुटकारा चाहिए छद्म से
छटपटाहट से छुट्टी
शिकारी पीछे पड़े है
सामाजिक पारिवारिक दायित्वों
के नाम पर मै तो जा रही लुट्टी
छुटकारा चाहिए छद्म से
छटपटाहट से छुट्टी
न तो किस्मत ख़राब थी न नीयत
फिर जिंदगी रही बस बंद मुठ्ठी
छुटकारा चाहिए छद्म से
छटपटाहट से छुट्टी
सेविका बन गयी गाली खाते खाते
अब तो दर्द की लहर दबी हुई है उठ्ठी
छुटकारा चाहिए छद्म से
छटपटाहट से छुट्टी
सब कुछ तो है हाथ पैर आंख कान
फिर क्यूँ क्यूँ मानू अपनी तकदीर फ़ुट्टी
छुटकारा चाहिए छद्म से
छटपटाहट से छुट्टी
गली के कुत्तो भेड़ों के नाम पर --जो पनाह दे रखी है
इस एहसान की और नही पीनी है घुट्टी
छुटकारा चाहिए छद्म से
छटपटाहट से छुट्टी
************************इन्दू
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आपका स्वागत है , जो आपने अपना बहुमूल्य समय देकर मेरे लेखन को पढ़ा और सुझाव, प्रतिक्रिया एवं आशीर्वाद दिया । आपका ह्रदय से आभार एवं मेरा मनोबल बढ़ाने के लिए साधुवाद। पुनः आगमन की प्रतीक्षा में ।