जिस प्रकार किसी के चेहरे के कई फ़ोटो उसके चेहरे की सुंदरता को कम
करते है और कुछ बढ़ा देते है परन्तु भाव भंगिमाएं और मुद्रा बहुत कुछ
कह जाती है उसी प्रकार कोई भी विचार प्रस्तुति अपने
इसी तरह विचारक के व्यक्तित्व का दर्पण हो जाती है । सुंदर तस्वीर
खीचने में फोटो ग्राफर की आँख ,कल्पना शीलता और उपलब्ध यंत्रो
व् अवसर से बहुत से पहलु बिन कहे भी उजागर हो जाते है ---उसी प्रकार
कोई बात कह कर समाज की प्रतिक्रियाओ के दर्पण में
सामाजिक विचारशक्ति का परिचय प्राप्त होता है -
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आपका स्वागत है , जो आपने अपना बहुमूल्य समय देकर मेरे लेखन को पढ़ा और सुझाव, प्रतिक्रिया एवं आशीर्वाद दिया । आपका ह्रदय से आभार एवं मेरा मनोबल बढ़ाने के लिए साधुवाद। पुनः आगमन की प्रतीक्षा में ।