कोई किसी का अपमान करता है कोई सम्मान देता है --कही किसी का इतना सम्मान होता है कही किसी का रोज रोज अपमान होता है -----------------------------
अन्य कैसे दे सकता है -सम्मान
अन्य का किया अपमान स्वीकार नहीं
अपने प्रशंसक आप ही बने और आलोचक भी -क्यूंकि जब आप अपने होते है तो साड़ी दुनिया आपको देखना सीख सकती है
अन्य कैसे दे सकता है -सम्मान
अन्य का किया अपमान स्वीकार नहीं
अपने प्रशंसक आप ही बने और आलोचक भी -क्यूंकि जब आप अपने होते है तो साड़ी दुनिया आपको देखना सीख सकती है
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आपका स्वागत है , जो आपने अपना बहुमूल्य समय देकर मेरे लेखन को पढ़ा और सुझाव, प्रतिक्रिया एवं आशीर्वाद दिया । आपका ह्रदय से आभार एवं मेरा मनोबल बढ़ाने के लिए साधुवाद। पुनः आगमन की प्रतीक्षा में ।